• +91-9999596076

॥ रोग और इलाज ||

जुखाम और सरदर्द

1.अगर आप को अस्थमा है तो रात वाले तेल को छाती और पसलियों में लगाना है , ऊपर से नीचे ।
2.अगर आप को जुकाम है या आप के यंहा किसी किसी बच्चे को खांसी या जुकाम है तो एक -एक बून्द तेल को नांक के दोनों भागो में सात दिन तक डालना होगा । आप ठीक हो जायेंगे । पुराना से पुराना नजला ठीक हो जायेगा | आप करे चम्तकार खुद देखेंगे |
3.अगर आप को सिर दर्द की पुरानी बीमारी है तो वो भी ठीक हो जायेगा । सिर दर्द में नसों में दर्द होता है | वो भी ठीक हो जायेगा |
लगाने की विधि :-
रात को सोते समय जोत वाला घी माथे पे लगाना है नीचे की तरफ से आँखों को बंद करके घी को अंगुली से धीरे -धीरे नीचे की तरफ लगाना है और सर में ऐसे लगाना है जैसे हम कँघा से बाल बनाते और आँखों में तीन समय आई टोन आंख की दवा डालनी है । आप देखेंगे की सर दर्द धीरे धीरे ठीक हो जायेगा । बाबा ने ऐसे भक्तो को ठीक किया है जो दिन में 3-3 गोली खाते थे लेकिन बाबा की कृपा से अभी एक भी गोली नहीं खाते |

पेट की बीमारी

पेट की अगर आप को कोई बीमारी है तो आप को नाभि से लेकर आंतो तक बाबा के ज्योति वाला घी सोते समय लगाना है और घर से बाहर सड़क पे नहीं जाना है । आप देखेंगे की बाबा की कृपा से आप की सब बीमारी ठीक हो रही है । जैसे : पेट में दर्द , पेट या आंतो में सूजन ,नाम -नले,पेट में अगर कोई रसोली है तो वो भी सुख जायेगा । अगर आप को लेडी की बीमारी है तो वो भी ठीक हो जायेगा । अगर आप को हर्निया है तो वो भी ठीक हो जायेगा बिना दवाई के । गर्भासय का कोई बीमारी हो ठीक हो जायेगा । बाबा की कृपा से जिनके बच्चे नहीं होते ट्यूब के बंद होने से वो भी ठीक हो जायेगा । बंद ट्यूब अपने आप खुल जायेगा और बाबा का आप के ऊपर चम्तकार हो जायेगा । तेल को बड़े से लेकर बच्चे तक सबको एक ही विधि से लगाना होता है । नाभि से लेकर आँतो की तरफ नीचे की ओर |
अन्य रोग
अगर आपके शरीर की नसों में सूजन रहती हैं या मुँह में बार बार छालो का होना - एक चम्मच मोटी सौंफ को 1/2 गिलास पानी में उबाल लें। और छान कर ठंडा कर लें। उसको रात को सोने से पहले पीकर सोएं। कुछ ही दिनों में आपकी बिमारी ठीक हो जाएगी।
भक्तो अगर आपको चमड़ी की कोई भी बीमारी हैं तो बाबा की कृपा से वह भी बिलकुल ठीक हो जाती हैं । बाबा ने खाल की कई बीमारिया ठीक की हैं। जैसे -सफेद दाग , खुजली ,खाल का काला पड़ना , खाल की फंगस , फुंसी ,फोड़ा। मुँह पर झाईयां या मुहांसे इन बीमारियों से कई भक्तों ने फायदा उठाया हैं।